ग्वालियर टाइम्स ( प्रधान संपादक कार्यालय)

मंगलवार, 27 अक्तूबर 2020

मच्छदानी का उपयोग करने और घरों के आसपास नीम का धुआं करने की सलाह

 वर्तमान मौसम परिवर्तन की स्थितियों में सामान्य रूप से मच्छर जनित बीमारियों से प्रभावित होने की आशंका आमजन के लिए बढ़ जाती है। वर्षा के बाद पानी जगह जगह भरा है जिसमें मलेरिया और डेंगू के मच्छर पनपते है ऐसे पानी भराव वाली स्थानों पर दवाई का छिड़काव व बड़ी जगहों पर गम्बूसिया मछली डाली जा रही है। घरों में ट्यूब-टायर, बर्तनों में पानी भरा नहीं रहने दें। प्रत्येक 2-3 दिन में कूलर का पानी बदलते रहें। घरों में मच्छरदानी का प्रयोग करें। बच्चों को पूरे अस्तीन के कपड़े पहनाये और शाम को घरों के आसपास नीम का धुआं करे।
    बुखार के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर उचित जांच एवं उपचार कराना चाहिए। मलेरिया की जांच कराए रक्त पट्टिका बनाकर खून की जांच कराये। डॉक्टर की सलाह पर ही दवाई गोली ले और इसके साथ ही टाइफाइड से बचने के लिए पेयजल छानकर एवं उबालकर उपयोग करें। फल या सब्जी को पानी से धोकर ही उपयोग करें। खाना खाने से पहले अपने हाथ साबुन से अच्छी तरह धोएं। व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। खाना खाने से पहले अपने हाथ साबुन से अच्छी तरह धोएं। व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। घर के आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखें। किचन में भोज्य पदार्थ ढांक कर रखें। पानी पीने के लिए हेंडल वाले मग का उपयोग करें। बासी भोजन का प्रयोग ना करे, ताजा भोजन करें। दरवाजों के हैंडल, टेलीफोन व नल पर होने वाली गंदगी से बचें। नियमित तथा तेज बुखार के साथ उल्टी की शिकायत होने पर नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सक से संपर्क करें। सभी सरकारी अस्पतालों में मलेरिया और डेंगू की जांच उपचार की सुविधा निशुल्क उपलब्ध है।

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