ग्वालियर टाइम्स ( प्रधान संपादक कार्यालय)

शनिवार, 31 अक्तूबर 2020

म.प्र. टूरिज्म बोर्ड की पहली कार्यशाला 06 नवंबर को श्योपुर में पर्यटन बोर्ड के पदाधिकारी देगे प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन

 कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन में म.प्र. टूरिज्म बोर्ड द्वारा ग्वालियर-चंबल संभाग में पहली कार्यशाला 06 नवंबर 2020 को श्योपुर मे आयोजित करने का निर्णय लिया है।  

    इस कार्यशाला में म.प्र. पर्यटन बोर्ड के डायरेक्टर स्किल डेवलपमेंट श्री मनोज सिंह, एडवाइजर स्किल डेवलपमेंट श्री प्रशांत चिरोलिया, प्रोजेक्ट असिस्टेंट किरण यादव एवं चन्द्रदीप मंडलोई द्वारा म.प्र. पर्यटन बोर्ड की विभिन्न योजनाओं के संबंध में प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन देगे।
    अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं नोडल अधिकारी जिला पुरातत्व एवं पर्यटन परिषद श्री रूपेश उपाध्याय ने बताया कि म.प्र. में पर्यटन गतिविधियों को बढावा देने तथा पर्यटकों को आवासीय सुविधा के साथ-साथ प्रदेश के पारिवारिक जीवन से अनुभूत कराने के लिये म.प्र. होम स्टे स्थापना, म.प्र. बेड एण्ड ब्रेकफास्ट स्थापना, म.प्र. फार्म स्टे स्थापना तथा म.प्र. ग्राम स्टे योजना संचालित की जा रही है।
   म.प्र. होम स्टे आतिथ्य और आवास का एक लोकप्रिय रूप है। जिसके तहत पर्यटक शहर के स्थानीय लोगो के साथ एक निवास साझा करते है। यह इकाईयां सामान्यतः नगरीय क्षेत्र की सीमा के अंदर होती है। जिसमें सम्पत्ति धारक स्वयं भी निवास करता है।
   बेड एण्ड ब्रेकफास्ट एक ऐसी व्यवस्था है जिसके माध्यम से देशी-विदेशी पर्यटकों को किफायती दरों पर आवास एवं नाश्ता/भोजन आदि सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति एवं आतिथ्य से भी परिचित कराया जाता है। नगरीय क्षेत्र की सीमा के अंदर ऐसी इकाईयां होती है जिसमें सम्पत्ति धारक स्वयं अथवा उसका केयर टेकर निवासरत हो।
   म.प्र. फार्म स्टे योजना नगरीय सीमा के बाहर स्थित आवासीय भवन आते हैं जिसमें सम्पत्ति धारक अथवा केयर टेकर स्वयं निवास करता हो। पर्यटक को आवास एवं खान-पान सुविधा उपलब्ध हो एवं प्राकृतिक पर्यावरणीय अनुभव एवं इनडोर-आउटडोर मनोरंजन गतिविधियां उपलब्ध हों।
   म.प्र. ग्राम स्टे ग्राम पंचायत क्षेत्र में ऐसे आवासीय भवन होते है जिसमें ग्रह स्वामी स्वयं अथवा पर्यटन हेतु गठित पंजीकृत सहकारी समिति अथवा पंजीकृत स्वसहायता समूह द्वारा निर्मित किया गया हो।
   इन योजनाओं से श्योपुर क्षेत्र में रोजगार के अवसर तो बढेंगे ही साथ ही पर्यटको को आवासीय सुविधा के साथ-साथ स्थानीय संस्कृति को समझने का अवसर भी मिलेगा।
इस कार्यशाला में पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने वाले अथवा पर्यटन क्षेत्र में रोजगार स्थापित करने वाले लोगों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जा रहा है। इनके अलावा होटल व्यवसायी, टूर एण्ड ट्रेवल्स कम्पनी के संचालक एवं महिलाओं के सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, विभिन्न सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधि को आमंत्रित किया गया है। विभिन्न प्रकार के क्राफ्ट हस्त शिल्प, प्रस्तर शिल्प एवं लाख शिल्प से जुडे हुये शिल्पियों को भी आमंत्रित किया गया है।
   इस कार्यशाला में राजस्व विभाग, उद्यानिकीय विभाग, कृषि विभाग एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।
   जिला पुरातत्व एवं पर्यटन परिषद श्योपुर एवं जिला प्रशासन द्वारा पर्यटन क्षेत्र में रूचि रखने वाले लोगो से अपील हैं कि ग्वालियर-चंबल संभाग में पहली बार आयोजित हो रही कार्यशाला से लाभ उठावें।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें